Special DGP Arpit Shukla reviews security arrangements for smooth Shaheedi Sabha in Fatehgarh Sahib.
शहीदी सभा से पहले विशेष पुलिस महानिदेशक (विशेष डीजीपी) कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने सोमवार को फतेहगढ़ साहिब का दौरा किया और मौके पर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जिले में यह आयोजन सुचारू और सुरक्षित तरीके से हो।
सिखों के 10वें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह के सबसे छोटे पुत्रों छोटे साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत को श्रद्धांजलि देने के लिए तीन दिवसीय वार्षिक शहीदी सभा 25 दिसंबर से 27 दिसंबर, 2024 तक फतेहगढ़ साहिब में आयोजित की जाएगी।
विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला ने डीआईजी रोपड़ रेंज हरचरण सिंह भुल्लर और एसएसपी फतेहगढ़ साहिब डॉ. रवजोत ग्रेवाल के साथ शहीदी सभा की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए तैनात सभी डीएसपी और एसपी रैंक के अधिकारियों और 3200 पुलिस बल को जानकारी दी। उन्होंने उनसे संगत के प्रति अत्यंत विनम्र दृष्टिकोण अपनाने और इसे सफल बनाने के लिए पूर्ण समर्पण और दृढ़ संकल्प के साथ काम करने को कहा।
सभी सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि इस वर्ष शहीदी सभा के शांतिपूर्ण और सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए फतेहगढ़ साहिब पुलिस द्वारा कई नई पहलों को लागू किया गया है ताकि तीर्थयात्रियों को छोटे साहिबजादों को नमन करने में किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
विशेष डीजीपी ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कुल 20 पार्किंग स्थल चिन्हित किए गए हैं तथा पार्किंग क्षेत्र और गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब के बीच शटल बस सेवा को बढ़ाकर 100 बसें कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पूरे शहर को वन-वे ट्रैफिक रूट में तब्दील कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि क्षेत्र की व्यवस्था को पांच सेक्टरों में बांटा गया है तथा एक स्पष्ट वीआईपी रूट, जो आपातकालीन रूट के रूप में भी काम करता है, को चिन्हित किया गया है। उन्होंने बताया कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी), खालसा एड, नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) तथा अन्य गैर सरकारी संगठनों के स्वयंसेवकों का व्यापक उपयोग किया जा रहा है।
विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला ने बताया कि ट्रैफिक तथा पार्किंग व्यवस्था की निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि देश भर से आने वाले श्रद्धालुओं की सहायता के लिए छह सहायता केंद्र भी स्थापित किए गए हैं, जिनमें एक पुलिस डेस्क, एक सूचना डेस्क तथा मेडिकल सहायता शामिल है।