हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह की अध्यक्षता में आज यहां हुई फरीदाबाद मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी की पांचवीं बैठक में फरीदाबादवासियों को पेयजल और जल निकासी की समस्या से निजात दिलाने के लिए लगभग 2600 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को मंजूरी प्रदान की गई है। इस प्रोजेक्ट के तहत 22 रैनीवैल, रिवर्स रोटरी तकनीक से 70 ट्यूबवेल और 8 बूस्टिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। इसके अलावा, अन्य बूस्टिंग स्टेशनों तक भी पानी की आपूर्ति करने के लिए सब्सिडरी बूस्टिंग स्टेशनों के निर्माण के साथ-साथ लगभग 500 किमी पाइपलाइन भी बिछाई जाएगी। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से जल आपूर्ति क्षमता 450 एमएलडी तक पहुंच जाएगी। वर्ष 2028-2029 तक इस बड़ी परियोजना के पूरा होने के बाद फरीदाबाद में रैनीवेल्स की संख्या 56 हो जाएगी और 220 ट्यूबवेल होंगे।
बैठक में बरसाती पानी की निकासी के लिए सीवरेज की सफाई और पुराने सीवरेज सिस्टम को बदलने के लिए भी प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई है। इस पर लगभग 1289 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इस प्रोजेक्ट के तहत मौजूदा सीवरेज प्रणाली का पुनरुद्धार, नई लाइनों को बिछाना, सीआईपीपी लाइनिंग, मुख्य सीवर लाइनों की सफाई, नए प्रस्तावित पंपिंग स्टेशन, मौजूदा पंपिंग स्टेशनों की मरम्मत और नवीनीकरण का कार्य शामिल है।
इसके अलावा, पानी की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने और भूजल स्तर में सुधार करने के लिए यमुना के साथ-साथ वाटर बॉडिज बनाने के प्रोजेक्ट को भी मंजूरी दी गई। इस पर लगभग 17 करोड़ रुपए की लागत आएगी।