हरियाणा पुलिस के साइबर अपराध नियंत्रण के प्रयासों के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं

हरियाणा पुलिस के साइबर अपराध नियंत्रण के प्रयासों के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं, जिनकी देशभर में सराहना की जा रही है। हरियाणा पुलिस द्वारा साइबर सुरक्षा कार्यप्रणाली को देखने के लिए केन्द्र सरकार तथा विभिन्न राज्यों के उच्च साइबर पुलिस अधिकारी पहुंच रहे हैं। भारत सरकार के इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (आई4सी) की टीम ने हाल ही में हरियाणा पुलिस के साइबर हेल्पलाइन-1930 का दौरा किया और उनकी कार्यप्रणाली की सराहना की। इसके साथ ही, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, और दिल्ली की साइबर टीमों ने भी हरियाणा पुलिस की साइबर सुरक्षा के कार्य का यहां पहुंचकर अध्ययन किया और यहां की बैस्ट प्रैक्टिसेज को अपने यहां लागू करने की मंशा जाहिर की।

रणनीतिक सांझेदारी और सहयोग, सफलता की कुंजीः हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने बताया कि तकनीक के इस दौर में साइबर अपराध देशभर के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभरा है। हरियाणा पुलिस ने इस समस्या से निपटने के लिए साइबर सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के साथ साथ व्यवस्था परिवर्तन का कार्य किया है। साइबर अपराधियों द्वारा अपनाए जाने वाले तरीकों का बारिकी से अध्ययन करते हुए साइबर अपराध रोकने के लिए रणनीति तैयार की गई। सितंबर 2023 में साइबर हेल्पलाइन 1930 पर तैनात तकनीकी रूप से दक्ष पुलिसकर्मियों की संख्या को 12 से बढ़ाकर 70 कर दिया गया । इसी कड़ी में बैंकों के प्रतिनिधियों के साथ बैठकें की गई और उन्हें हरियाणा पुलिस के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रेरित किया गया परिणामस्वरूप आज 10 बड़े बैंको के 15 नोडल अधिकारी एक प्लैटफॉर्म पर मिलकर साइबर अपराध रोकने के लिए कार्य कर रहे हैं।

उल्लेखनीय कार्य, उत्कृष्ट परिणामः हरियाणा पुलिस द्वारा साइबर अपराध नियंत्रण को लेकर किए गए इन कार्यों के परिणामस्वरूप सितंबर 2023 में साइबर फ्रॉड में ब्लॉक की गई राशि की दर जो केवल 8 प्रतिशत थी वह दिसंबर 2023 में बढ़कर 21 प्रतिशत, फरवरी 2024 में बढ़कर 27 प्रतिशत, और जुलाई 2024 में बढ़कर 36 प्रतिशत हो गई है, जोकि देशभर में सर्वाधिक है। इतना ही नही, अगर कोई शिकायतकर्ता साइबर फ्रॉड के 6 घंटे के भीतर शिकायत दर्ज करवाता है, तो ठगी गई राशि को 70 प्रतिशत तक ब्लॉक किया जा सकता है, जो पूरे देश में सबसे अधिक है। हरियाणा पुलिस सितंबर 2023 तक देशभर में साइबर फ्रॉड की ब्लॉक की गई राशि की दर के मामले में 25वें स्थान पर थी, लेकिन अब यह पहले स्थान पर पहुंच गई है जोकि देशभर में अग्रणी है।

दूरदर्शी नेतृत्व तथा आधारभूत संरचना में वृद्धि: इसके साथ ही, हरियाणा पुलिस के 4 पुलिसकर्मियों को भारत सरकार के इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (आई4सी) में तैनात किया गया जहां देशभर के 20 बड़े बैंको तथा फिनटैक कंपनियों के साथ मिलकर साइबर अपराध रोकने की दिशा में सार्थक कदम उठाए गए। अब तक साइबर ठगी में इस्तेमाल किए गए 209,568 बैंक खातों को बंद करवाया है जो कि देशभर में सर्वाधिक है। इसके अलावा, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) द्वारा जारी 10 अगस्त 2022 की हिदायतों को लागू करने के लिए बैंकों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठके की गई। हरियाणा पुलिस के आग्रह पर पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने सभी जिला एवं सत्र न्यायाधीशों को निर्देशित किया है कि वे शिकायतकर्ता को रिफंड के लिए एफआईआर की अनिवार्यता को समाप्त करें, ताकि ठगी गई राशि को जल्द से जल्द वापस दिलाया जा सके।

आधार आधारित सिमकार्ड अनिवार्यता व आरबीआई द्वारा जारी हिदायतों की पालना श्री कपूर ने बताया कि जाली दस्तावेजों पर जारी सिम कार्ड साइबर अपराध को बढ़ावा देने में बड़ी भूमिका निभाते हैं। वर्ष 2023 में पारित नए टेलीकॉम एक्ट में सिम कार्ड जारी करते समय आधार बेस्ड ऑथेंटिकेशन को अनिवार्य कर दिया गया है। उन्होंने टेलीकॉम कंपनियों से अपील करते हुए कहा कि वे आधार बेस्ड ऑथेंटिकेशन को जल्द से जल्द अपनाए ताकि जाली दस्तावेजों पर जारी किए गए सिम कार्डो पर रोक लगाई जा सके । उन्होंने बैंकों के अधिकारियों से भी अपील करते हुए कहा कि वे आरबीआई द्वारा 10 अगस्त 2022 को जारी की गई हिदायतों की सख्ती से पालना सुनिश्चित करें और ड्यू डिलिजेंस करके संदिग्ध बैंक खातों की पहचान करें ताकि उन्हें समय रहते बंद करवाया जा सके और साइबर फ्रॉड पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके। उन्होंने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा एनसीआरपी पोर्टल के माध्यम से 24 घंटे के भीतर साइबर अपराध में संलिप्त 118,500 मोबाइल नंबरों को ब्लॉक किया गया है, जो कि देशभर में सबसे अधिक है। उन्होंने यह भी बताया कि अब तक एनसीआर पोर्टल पर हरियाणा पुलिस द्वारा 162 करोड़ रुपये की साइबर ठगी से बचत की गई है।

सक्रिय उपायः निगरानी तथा लक्षित गिरफ्तारियांः श्री कपूर ने बताया कि हरियाणा देश का पहला राज्य है, जहां हर जिले में साइबर पुलिस थाने खोले गए हैं, जिनकी कुल संख्या 29 है। इन थानों में तैनात पुलिसकर्मियों के लिए साइबर अपराधी पकड़ने को लेकर लक्ष्य निर्धारित किए गए जिसके परिणामस्वरूप नियमित तौर पर न केवल हरियाणा में, बल्कि राज्य के बाहर से भी साइबर अपराधियों की गिरफ्तारियां हो रही हैं। वर्ष 2024 में जनवरी माह से लेकर जुलाई माह तक 2661 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है जो कि देश भर में सर्वाधिक है। साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसते हुए, हरियाणा पुलिस ने 2024 में प्रतिदिन 12 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, और यह आंकड़ा जुलाई 2024 में बढ़कर प्रतिदिन साइबर अपराधियों की 16 गिरफतारियों पर पहुंच गया है।

साइबर सुरक्षा पर हरियाणा पुलिस की अपीलः श्री कपूर ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि तकनीक के इस दौर में ज्यादातर लोग ऑनलाइन प्लैटफॉर्म पर सक्रिय है। उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वे सोशल मीडिया प्लैटफार्म पर प्रसारित होने वाले फर्जी शेयर ट्रेडिंग झांसे में ना आएं। निवेश करने से पूर्व कंपनी अथवा वैबसाईट की आधिकारिक पुष्टि अवश्य करें। इसके साथ ही लोग विदेशो खासतौर पर कंबोडिया, पाकिस्तान, श्रीलंका आदि से आने वाली व्हाट्सएप वीडियों व ऑडियों कॉल को ना उठाएं। लोग टेलीग्राम व गूगल आदि पर आने वाले फर्जी विज्ञापनों से सावधान रहें। हरियाणा पुलिस द्वारा प्रदेशवासियों को साइबर अपराधियों द्वारा अपनाए जाने वाले तरीकों के बारे में अवगत करने के लिए प्र्रिंट व सोशल मीडिया पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। अब तक कुल मिलाकर 1,94,85,234 लोगों को साइबर सुरक्षा उपायों के बारे में जागरुक किया जा चुका है। साइबर अपराध से बचाव का एकमात्र उपाय सावधानी व सर्तकता है, इसीलिए लोग सर्तक रहें और साइबर अपराध का अंदेशा होने पर तुरंत हैल्पलाइन नंबर-1930 पर संपर्क करें।

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