अपनी जिम्मेदारियों से भाग रही है केंद्र सरकार : हरचंद सिंह बरसट

अपनी जिम्मेदारियों से भाग रही है केंद्र सरकार : हरचंद सिंह बरसट

Central government should vacate the warehouses as soon as possible: Harchand Singh Barsat

 

मंडियों में पहुंची 41.04 लाख मीट्रिक टन धान की फसल, 37.12 लाख मीट्रिक टन की हुई खरीद

 पंजाब मंडी बोर्ड द्वारा प्रदेश की मंडियों में खरीद कार्यों को सुचारू रूप से चलाने के लिए किए गए हैं पुख्ता प्रबंध, सीजन के दौरान 2887 खरीद केंद्र चल रहे हैं

मोहाली / चंडीगढ़, : आम आदमी पार्टी, पंजाब के प्रदेश महासचिव और पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन स. हरचंद सिंह बरसट ने कहा कि केंद्र सरकार हमेशा से ही पंजाब के साथ धक्का करती आई है, चाहे वह भाजपा की सरकार हो या कांग्रेस की। केंद्र सरकार द्वारा पंजाब का माहौल खराब करने की लगातार कोशिशें की जा रही हैं और केंद्र सरकार के सौतेले व्यवहार के कारण पंजाब की मंडियों से धान उठान में दिक्कतें रही हैं।। स. बरसट ने कहा कि केंद्र सरकार जानबूझकर पंजाब राज्य के गोदामों में पहले से पड़े अनाज भंडार को शिफ्ट करने में देरी कर रही है, जबकि पंजाब के शैलरों में भी करीब 20 हजार मीट्रिक टन चावल स्टोर में पड़ा है। इसी तरह पंजाब के गोदामों में फिर चाहे वह गोदाम एफ.सी.आई., वेयरहाउस या कोई अन्य गोदाम ही हों, उनमें लगभग 140 लाख मीट्रिक टन चावल और गेहूं का भंडार पड़ा है और यह सारा भंडार केंद्र सरकार का है, जिसे केंद्र सरकार द्वारा समय पर नहीं उठाया गया।

उन्होंने आगे कहा कि पंजाब के माननीय मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान की तरफ से केंद्रीय मंत्री और गृह मंत्री से भी बातचीत की जा चुकी है, लेकिन इसके बावजूद अभी तक पंजाब के मुद्दों को अनदेखा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री द्वारा शैलर मालिकों के साथ भी मुलाकात की गई है, जबकि केंद्र सरकार को चाहिए कि वह इस संबंध में पंजाब सरकार के साथ संपर्क कायम करके किसानों, आढ़तियों, मजदूरों, शैलर मालिकों और व्यापारियों की समस्याओं का हल करे। आढ़तियों की आढ़त 2.5% करने संबंधी फैसला लेना, चावल की आउट टर्न 67% से 62% करने संबंधी, क्योंकि पीआर 126 नई किस्म का चावल कम निकलता है, एफसीआई द्वारा शैलर मालिकों / आढ़तियों / मजदूरों का बकाया वापस करने संबंधी मुद्दे केंद्र सरकार के हैं, जिनसे केंद्र सरकार भाग रही है। इसलिए केंद्र सरकार का फर्ज बनता है कि वह इस संबंध में जल्द से जल्द फैसले ले।

स. बरसट ने कहा कि धान के सीजन के दौरान पंजाब सरकार द्वारा मंडियों में धान के खरीद कार्यों को सुचारू रूप से चलाने के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं, जिसके चलते अब तक पंजाब की मंडियों में 41.04 लाख मीट्रिक टन धान की फसल की आमद हो चुकी है, जिसमें से 37.12 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद भी की जा चुकी है। जबकि 8.51 लाख मीट्रिक टन की लिफ्टिंग भी करवाई जा चुकी है। उन्होंने बताया कि पंजाब मंडी बोर्ड की कुल 156 मार्किट कमेटियां हैं, जिनमें 152 मुख्य यार्ड हैं और 283 सबयार्ड हैं और 1383 खरीद केंद्र हैं, जबकि धान की खरीद सही ढंग से करने के लिए 1069 और आरजी खरीद केंद्र घोषित किए गए हैं। इस तरह आज पूरे पंजाब में कुल 2887 खरीद केंद्र चल रहे हैं और इन सभी खरीद केंद्रों में पीने योग्य साफ पानी, बिजली की लाइटें, सफाई, बाथरूम, छांव आदि के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।

उन्होंने कहा कि मंडियों में खरीद कार्यों को सुचारू रूप से चलाने के लिए करीब 7727 कर्मचारी दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, जिनमें मंडी बोर्ड के तकरीबन 1275 पक्के कर्मचारी, आउटसोर्स के 452 कर्मचारी और सीजन प्रबंधों के लिए 6 हजार अन्य कर्मचारी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार किसानों, मजदूरों, आढ़तियों, राइस मिलरों, व्यापारियों के साथ खड़ी है और उन्हें किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होने दी जाएगी।

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