परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने 17 नवनियुक्त कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे

Laljit Singh Bhullar urges new employees to serve society after resolving 32-year job case delays.

  • पिछली सरकारों की लापरवाही के कारण उम्मीदवारों की नौकरी के मामले 32 वर्षों तक लटके रहे: लालजीत सिंह भुल्लर
  • नवनियुक्त कर्मचारियों से समाज के कल्याण के लिए समर्पण और मिशनरी उत्साह के साथ सेवा करने का आह्वान किया

पंजाब के परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने बुधवार को अनुकंपा के आधार पर 17 नवनियुक्त कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे।

कैबिनेट मंत्री ने नियुक्त कर्मचारियों को बधाई देते हुए उनसे समाज की सेवा के लिए समर्पण और मिशनरी जोश के साथ काम करने का आग्रह किया। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जनसेवा एक महान जिम्मेदारी है। उन्होंने भर्ती कर्मचारियों को लोगों के कल्याण में सार्थक योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया।

परिवहन विभाग में आज नियुक्त कई उम्मीदवारों ने भावुक होकर बताया कि वे 10 से 32 साल से नौकरी का इंतजार कर रहे थे, लेकिन पिछली सरकारों ने कभी उनका साथ नहीं दिया।

जालंधर जिले के गांव नंगल फीडा से नवनियुक्त कर्मचारी सरबजीत सिंह ने कहा कि उनके पिता दारा सिंह की मौत के बाद उन्होंने वर्ष 1992 में विभाग में नौकरी के लिए आवेदन किया था। लेकिन पिछली सरकारों की लापरवाही और उदासीनता के कारण उन्हें लगातार निराशा का सामना करना पड़ा। मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान और परिवहन मंत्री स. लालजीत सिंह भुल्लर का आभार व्यक्त करते हुए सर्बजीत सिंह ने कहा कि मान सरकार के प्रयासों से उन्हें लगभग 32 साल बाद आखिरकार नौकरी मिल गई है।

सुखदेव सिंह, जो अब 51 साल के हो चुके हैं, ने बताया कि उनके पिता हरचरण सिंह निवासी गांव मुकंदपुर, जिला जालंधर की वर्ष 2000 में ड्यूटी के दौरान मृत्यु हो जाने के बाद उन्होंने अनुकंपा के आधार पर नौकरी के लिए आवेदन किया था। लेकिन पिछली सरकारों ने लगातार उन्हें दरकिनार कर दिया, जिससे वे लगभग 24 साल तक उपहास का पात्र बने रहे। उन्होंने कहा कि अब मान सरकार ने उनका सहयोग किया है, उनके मामले में तेजी लाई है और आखिरकार उन्हें रोजगार प्रदान किया है।

इसी तरह, नवनियुक्त कर्मचारी सुखबीर सिंह पुत्र स्वर्गीय तरसेम सिंह निवासी जसपाल नगर, सुल्तानविंड रोड (अमृतसर) और राजिंदर सिंह पुत्र स्वर्गीय जसवंत कौर निवासी शहीद उधम सिंह नगर, तरनतारन रोड (अमृतसर) को 18 साल के इंतजार के बाद नियुक्ति मिली है। इसी तरह फिरोजपुर शहर से आशा पत्नी स्वर्गीय अशोक कुमार और कालका (पंचकूला) से जसविंदर सिंह पुत्र स्वर्गीय सतपाल सिंह को 14 साल बाद नौकरी मिली है, जबकि श्री मुक्तसर साहिब से गगनदीप सिंह पुत्र स्वर्गीय रुलदू सिंह को 13 साल के इंतजार के बाद नौकरी मिली है। इन कर्मचारियों ने खुशी जताते हुए मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान और परिवहन मंत्री स. लालजीत सिंह भुल्लर का तहे दिल से धन्यवाद किया।

परिवहन मंत्री स. लालजीत सिंह भुल्लर ने पिछली अकाली-भाजपा और कांग्रेस सरकारों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पिछली सरकार की सुस्ती और ढुलमुल रवैये के कारण योग्य उम्मीदवारों को 32 साल तक दरकिनार रखा गया।

उन्होंने कहा कि मान सरकार राज्य के युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने बताया कि परिवहन विभाग की जिम्मेदारी संभालते ही उन्होंने तुरंत अधिकारियों को नौकरी से संबंधित मामलों में तेजी लाने के निर्देश दिए थे। उन्होंने आगे उन्हें अनुकंपा के आधार पर रोजगार के मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाने का निर्देश देते हुए कहा कि इसमें अब और देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

स. भुल्लर ने कहा कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के भरपूर अवसर पैदा करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि अब तक करीब 50,000 सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं।

उन्होंने नवनियुक्त कर्मचारियों को राज्य के विकास में अभिन्न योगदानकर्ता बनने के लिए प्रोत्साहित किया और उनसे समाज के हर वर्ग की भलाई को प्राथमिकता देने का आग्रह किया।

परिवहन मंत्री ने कहा कि एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में मान सरकार ने मार्च 2022 में सत्ता संभालने के बाद से महज 32 महीनों के भीतर करीब 50,000 सरकारी नौकरियां देकर एक कीर्तिमान स्थापित किया है। कैबिनेट मंत्री ने रिवर्स माइग्रेशन के सकारात्मक रुझान की ओर भी इशारा किया, क्योंकि पहले विदेश में अवसर तलाशने के लिए मजबूर कई युवा अब मान सरकार द्वारा बनाए गए अनुकूल रोजगार के माहौल के कारण पंजाब लौट रहे हैं।

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