Governor Bandaru Dattatreya inaugurated the media center of the International Gita Festival, the message of the festival reached abroad only due to the efforts of the fourth pillar of democracy
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने में केंद्र और राज्य सरकार के प्रयास सार्थक हुए है। अब महोत्सव का आयोजन विदेशों में किया जा चुका है और आने वाले समय में भी अलग-अलग देशों में महोत्सव के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस महोत्सव के संदेश को विदेशों तक पहुंचाने में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय वीरवार को अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 के अवसर पर केडीबी के सभागार में बनाए गए मीडिया सेंटर का उद्घाटन करने के उपरांत बातचीत कर रहे थे। इससे पहले राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, विधायक अशोक अरोड़ा, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा, अंबाला मंडल आयुक्त गीता भारती, उपायुक्त नेहा सिंह, मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा ने मीडिया सेंटर का उदघाटन किया। राज्यपाल ने कहा कि कुरुक्षेत्र एक आध्यात्मिक, धार्मिक और शिक्षा का केन्द्र है। इस महान भूमि की धूल को मानव अपने माथे पर लगाकर स्वयं को धन्य मानता है। इसे भारत की प्राचीन संस्कृति का उद्गम स्थल भी कहा जाता है। कुरुक्षेत्र विश्व भर में ऋषियों-मुनियों तथा देवताओं की तपोस्थली, कर्मभूमि और यज्ञ भूमि के रूप में विख्यात है। पत्रकार समाज का बेहद ही महत्वपूर्ण अंग होते है। प्रजातंत्र में प्रेस की भूमिका से आप भली भांति परिचित हैं। प्रेस को प्रजातंत्र का चौथा स्तम्भ भी कहा जाता है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि देश की आजादी से पहले भारत को आजाद करवाने और आजादी के बाद भी प्रैस ने राष्ट्र-निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभाते हुए अपनी उपयोगिता को पूरी शक्ति के साथ प्रमाणित किया है।
उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के गठन के पश्चात् 48 कोस कुरुक्षेत्र भूमि के तीर्थों का विकास कार्य प्रारम्भ हुआ। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार इस क्षेत्र में सैंकड़ों तीर्थ फैले हुए हैं जिनमें से बोर्ड द्वारा अभी तक लगभग 182 तीर्थों का दस्तावेजीकरण किया जा चुका है। तीर्थ सर्वेक्षण का यह कार्य वर्तमान में भी निरंतर चल रहा है। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव आगामी 15 दिसंबर तक चलेगा। कुरुक्षेत्र एक धर्मनगरी, कर्मनगरी, पुण्य भूमि और मोक्ष की भूमि है। इस अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में देश व विदेश से कई शिल्पकार आ रहे है। गीता को विद्यार्थियों के बीच में ले जाकर उन्हें पवित्र ग्रंथ गीता के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है। इस महोत्सव में गीता पाठ, गीता शकोच्चारण व संत सम्मेलन जैसे कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। इनके अलावा गीता के विषय में जाने-माने कलाकार भी अपनी प्रस्तुति देंगे। इस मौके पर थानेसर के विधायक अशोक अरोड़ा, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा, अंबाला मंडल आयुक्त गीता भारती, उपायुक्त नेहा सिंह, पुलिस अधीक्षक वरुण सिंघल, केयूके के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा, एनआईटी के निदेशक डा. के रमना, केडीबी सीईओ पंकज सेतिया, केयूके कुलसचिव डा. संजीव शर्मा, केडीबी मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, 48 कोस तीथ निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा, भाजपा के जिलाध्यक्ष सुशील राणा, प्राधिकरण के सदस्य सौरव चौधरी, डा. रमनीत सिंह, केडीबी सदस्य अशोक रोसा, डा. ऋषिपाल मथाना, कैप्टन परमजीत सिंह, युद्घिष्ठïर बहल, तिजेंद्र गोल्डी, सुभाष पाली आदि उपस्थित थे।