मुख्यमंत्री ने शिमला के टोटू में 4.5 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित विनियमित मार्केट का उद्घाटन किया

CM Sukhu inaugurated a Rs. 4.5 crore market in Totu, featuring shops, dormitory, and amenities.

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने आज शिमला जिले के टोटू में 4.5 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित विनियमित मंडी का उद्घाटन किया। इस मंडी में आठ दुकानें, एक नीलामी मंच, किसानों के लिए 20 बिस्तरों वाला शयनगृह, सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए एक विशाल हॉल तथा अन्य आवश्यक सुविधाएं शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मंडी से धामी, घणाहटी, मजठाई, बागी, ​​धमून, बैचाडी, ढांडा, चायल, नेहरा, देवनगर, ग्लोट, जुब्बड़हट्टी, रामपुरी, शकराह तथा कालीहट्टी सहित विभिन्न पंचायतों के किसानों को बहुत लाभ होगा, क्योंकि इससे उन्हें अपनी नकदी फसलों तथा सब्जियों के लिए अपने घरों के नजदीक ही बेहतर मूल्य मिल सकेंगे। उन्होंने कहा कि पहले किसानों को शिमला जाने के लिए मजबूर होना पड़ता था, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान होता था। इस मंडी की स्थापना से क्षेत्र की लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी हुई है तथा यह किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

ठाकुर सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने कहा कि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में विनियमित मंडियों की स्थापना कर रही है। उन्होंने कहा कि इससे न केवल क्षेत्र के लोगों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, बल्कि उनका समय भी बचेगा।

मुख्यमंत्री ने टोटू में ब्लॉक मेडिकल ऑफिस (बीएमओ) खोलने, पर्याप्त डॉक्टरों की तैनाती करने की घोषणा की तथा बडाहेड़ी-शिल्ली-हीरानगर सड़क के निर्माण के लिए दो करोड़ रुपये देने का आश्वासन दिया। इसके अलावा टोटू के दो वार्डों में सीवरेज सुविधा तथा एंबुलेंस रोड के निर्माण के लिए धनराशि उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार दो श्मशान घाटों तथा एक गौशाला के लिए 10-10 लाख रुपये उपलब्ध करवाएगी। उन्होंने 16 मील में कॉलेज भवन के निर्माण के लिए भी पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्राकृतिक खेती से उगाई गई 4,000 क्विंटल मक्का 30 रुपये प्रति किलो की दर से खरीदी है तथा अगले वर्ष से 40 रुपये प्रति किलो गेहूं खरीदने की योजना है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों से प्राकृतिक खेती से उगाई गई मक्की का आटा खरीदेगी तथा हिम-भोग ब्रांड नाम से बेचेगी। उन्होंने कहा कि हमने दूध की खरीद कीमतों में भी वृद्धि की है, अब गाय का दूध 15 रुपये प्रति किलो की दर से मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमने मनरेगा मजदूरों की दिहाड़ी भी 240 रुपये से बढ़ाकर 300 रुपये कर दी है।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है और कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सभी पात्र लाभार्थियों तक पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार विधवाओं के बच्चों की 27 वर्ष की आयु तक की शिक्षा का पूरा खर्च उठाएगी और इस योजना का आधिकारिक तौर पर 11 दिसंबर को शुभारंभ किया जाएगा। इसके अलावा सरकार ने 6,000 अनाथ बच्चों को राज्य के बच्चों के रूप में गोद लिया है।

 

 

ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पिछली भाजपा सरकार के लापरवाह प्रबंधन ने राज्य को वित्तीय संकट में डाल दिया था, जबकि हमारी सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के साथ अतिरिक्त राजस्व अर्जित किया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने दो वर्षों में 31,000 नौकरियां पैदा की हैं, जबकि पिछली भाजपा सरकार ने अपने पांच साल के कार्यकाल में केवल 20,000 नौकरियां पैदा की थीं। उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार, जो खुद को “डबल इंजन सरकार” होने का गर्व करती थी, ने अपने कार्यकाल के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में गिरावट देखी। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार सार्थक बदलाव लाने के लिए सुधारात्मक कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार चरणबद्ध तरीके से अपनी गारंटियों को पूरा करने और तीन साल के भीतर मजबूत शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा बुनियादी ढांचे का निर्माण करने के लिए भी काम कर रही है। उन्होंने कहा कि उनका पूरा मंत्रिमंडल दृढ़ एकजुटता के साथ इस लक्ष्य की ओर काम कर रहा है। उन्होंने कहा, “हम हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसे हासिल करने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति और सभी के सामूहिक सहयोग की आवश्यकता होगी।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त सड़कों की समय पर मरम्मत सेब उत्पादकों को होने वाले भारी नुकसान को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सड़कों की मरम्मत के प्रयासों में 100 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जिसने किसानों की कड़ी मेहनत से अर्जित उपज को बिना किसी बाधा के बाजार तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने कहा कि युवाओं को राज्य की समृद्ध संस्कृति, परंपरा और भाषा को संरक्षित करना चाहिए, क्योंकि ये हमारी पहचान का अभिन्न अंग हैं। उन्होंने लोगों से अपने स्वास्थ्य की रक्षा के लिए स्वस्थ जीवन शैली अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोगों को उनके घरों के नजदीक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों से सुसज्जित प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में आदर्श स्वास्थ्य संस्थान स्थापित कर रही है।

लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार विकास के लिए प्रतिबद्ध है और बिना किसी पूर्वाग्रह के काम कर रही है। उन्होंने विस्तार से बताया कि पिछले दो वर्षों में शिमला ग्रामीण क्षेत्र में 400 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं शुरू की गई हैं और राज्य भर में संतुलित विकास हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने मटौर-शिमला फोरलेन परियोजना के तहत तारादेवी पैकेज की प्रगति की भी जानकारी दी तथा शिमला के निकट जाठिया देवी क्षेत्र में एक नया शहर बसाने की योजना साझा की। उन्होंने सब्जी मंडी का उद्घाटन करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया तथा सरकार के दो वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 11 दिसंबर को बिलासपुर में आयोजित होने वाली भव्य रैली में व्यापक भागीदारी के लिए प्रोत्साहित किया।

एपीएमसी शिमला तथा किन्नौर के अध्यक्ष देवानंद वर्मा ने सब्जी मंडी के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री की पहल की प्रशंसा की, जिसके पहले से ही उत्साहजनक परिणाम सामने आ रहे हैं। इस अवसर पर पूर्व विधायक सोहन लाल तथा चेरंजी लाल, सचिव कृषि सी पालरासू, उपायुक्त अनुपम कश्यप तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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