विजिलेंस ब्यूरो ने सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने के आरोप में फरार ठेकेदार को गिरफ्तार किया

Punjab Vigilance Bureau arrests contractor Vikas Khanna for corruption involving fraudulent plot allotments and government tenders.

पंजाब विजिलेंस ब्यूरो (वीबी) ने राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी अभियान के दौरान मंगलवार को अमृतसर में एक निजी ठेकेदार विकास खन्ना को गिरफ्तार किया, जो ब्यूरो द्वारा उसके खिलाफ दर्ज भ्रष्टाचार के एक मामले में फरार चल रहा था। आरोपी को अमृतसर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट, (एआईटी) अमृतसर में अक्सर निर्धारित कीमत से बहुत कम दर पर प्लॉट आवंटित किया गया था और उसने धोखे से सरकारी टेंडर हासिल किए थे।

आज यहां यह खुलासा करते हुए राज्य विजिलेंस ब्यूरो के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि उपरोक्त मामले की जांच के बाद उपरोक्त आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। जांच के दौरान वीबी ने पाया है कि आरोपी ठेकेदार ने एआईटी के तत्कालीन चेयरमैन की मिलीभगत से अपने नाम पर बाजार मूल्य से बहुत कम कीमत पर 200 वर्ग गज का प्लॉट आवंटित किया था, जिससे राज्य के खजाने को भारी आर्थिक नुकसान हुआ। यह भी पता चला है कि आरोपी ने धोखे से अपनी फर्म को उक्त ट्रस्ट में सूचीबद्ध करवा लिया था और निर्धारित मानदंडों और शर्तों का उल्लंघन करते हुए सरकारी टेंडर हासिल कर लिए थे। इसके अलावा, आरोपी ने धोखाधड़ी से अपने नाम पर वेरका मिल्क बूथ भी स्वीकृत करवा लिया।

प्रवक्ता ने बताया कि जांच के आधार पर विजीलैंस ब्यूरो पुलिस स्टेशन, अमृतसर रेंज में भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम की धारा 409, 201, 120-बी और 13(2), 7 के अंतर्गत दिनांक 06.07.2022 को एफआईआर दर्ज की गई है। आरोपी फरार चल रहा था और ट्रायल कोर्ट द्वारा उसे उद्घोषित अपराधी (पीओ) घोषित किया गया था। विजीलैंस ब्यूरो की टीमों ने आरोपी को पकड़ने के लिए कई छापे मारे, जिसके कारण उसे आत्मसमर्पण करना पड़ा। आरोपी को सेंट्रल जेल अमृतसर से प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया है और कानून के अनुसार गिरफ्तार किया गया है। इस मामले के सभी पहलुओं की आगे की जांच के लिए अदालत से एक दिन का रिमांड लिया गया है।

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