CSNA celebrates International Theatre Day with a five-day Navrang Utsav featuring diverse presentations.
विश्व भर में 27 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय रंगमंच दिवस मनाया जाता है तथा इसी सिलसिले में चण्डीगढ़ संगीत नाटक अकादमी (सीएसएनए) द्वारा 26 से 30 मार्च तक पांच दिवसीय सीएसएनए नवरंग उत्सव मनाया जा रहा है जिसमें रंगमंच से जुडी नौ विभिन्न प्रस्तुतियां शहर में आयोजित की जायेंगी।
सर्वप्रथम 26 मार्च को स्थानीय टैगोर थिएटर के मिनी सभागार में सायं 6 बजे मराठी रंगमंच की विदुषी वसुधा सहस्रबुद्धे मराठी रंगमंच और मराठी स्क्रिप्ट लेखन पर दर्शकों को संबोधित करेंगी।
27 मार्च को 11 बजे गुजराती रंगमंच के पुरोधा डॉक्टर महेश चम्पक लाल इंडियन थिएटर डिपार्टमेंट, पंजाब यूनिवर्सिटी में नाट्य शास्त्र की आधुनिक प्रासंगिकता पर अपना उद्बोधन देंगें। इसी दिन सायं 6 बजे प्रसिद्ध संगीतकार डॉक्टर तेजिंदर सिंह गिल टैगोर थिएटर के मिनी सभागार में रंग संगीत कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे जिसमें वे नाटक में संगीत के महत्त्व को बताते हुए अनेक गीतों की प्रस्तुति देंगें।
28 मार्च को सायं 5 बजे डॉक्टर महेश चम्पक लाल टैगोर थिएटर के मिनी सभागार में नाट्य शास्त्र प्रयोग और परम्परा पर एक संभाषण देंगें तथा सायं 6 बजे मशहूर पंजाबी साहित्यकार डॉक्टर आत्मजीत सिंह पंजाबी रंगमंच पर अपने विचार रखते हुए एक स्क्रिप्ट का पाठन करेंगें।
29 मार्च को दोपहर एक बजे डॉक्टर महेश चम्पक लाल राजकीय स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय, सेक्टर 42 में नाट्य शास्त्र और संस्कृत रूपक पर अपने विचार रखेंगें तथा सायं 6 बजे डॉक्टर महेश चम्पक लाल ही टैगोर थिएटर के मिनी सभागार में नाट्य शास्त्र और पंचम वेद पर अपना उद्बोधन देंगें।
30 मार्च को सायं 5 बजे डॉक्टर महेश चम्पक लाल टैगोर थिएटर के मिनी सभागार में आधुनिक गुजराती नाटक पाठ और प्रदर्शन पर दर्शकों को संबोधित करेंगें तथा सायं 6 बजे इसी मिनी सभागार में हिन्दी के नाटककार, कवि, उद्घोषक एवं चंडीगढ़ संगीत नाटक अकादमी के सचिव राजेश आत्रेय स्क्रिप्ट लेखन की कला पर विचार रखते हुए अपनी एक नवीन स्क्रिप्ट का पाठन करेंगें। इस प्रकार इन पांच दिनों में कुल नौ विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से चंडीगढ़ संगीत नाटक अकादमी अंतर्राष्ट्रीय रंगमंच दिवस पर शहर के कला प्रेमियों को नौ भिन्न भिन्न रस प्रस्तुत करेगी।