— आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक ने एक नई राजनीति की शुरूआत की
चंडीगढ़ : आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक श्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर ईमानदारी और त्याग का सबूत दिया है। श्री अरविन्द केजरीवाल के इस कदम ने यह सिद्ध कर दिया है कि उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी से कोई मोह नहीं है, उन्हें केवल और केवल जनता की सेवा करना ही पसंद है। यह विचार आम आदमी पार्टी, पंजाब के प्रदेश महासचिव और पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन स. हरचंद सिंह बरसट की तरफ से व्यक्त किये गये।
उन्होंने कहा कि श्री अरविन्द केजरीवाल ने घोषणा की थी कि वह तभी मुख्यमंत्री बनेंगे, जब जनता उन्हें दोबारा मुख्यमंत्री बनायेगी। ऐसा करके जहां श्री अरविंद केजरीवाल ने एक नई राजनीति की शुरुआत की है, वहीं परिवारवाद की राजनीति को खत्म करते हुए पार्टी के एक जुझारू नेता को मुख्यमंत्री का पद देना यह साहिब करता है कि आप की तरफ से लोगों और समाज की भलाई के बारे में सोचने वाले नेताओं को सदा ही आगे रखा जाता है। उनके इस काम ने आम आदमी पार्टी के वालंटियर्स में जोश भर दिया है। दिल्ली और देश की जनता श्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के साथ खड़ी है।
स. बरसट ने कहा कि कोई भी नेता अपनी कुर्सी छोड़ना नहीं चाहता है, जबकि श्री अरविंद केजरीवाल ने ऐसा करके अपनी ईमानदारी का सबूत दिया है और यह बहुत ही साहसिक निर्णय है। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने श्री अरविंद केजरीवाल को झूठे मामले में जेल भेजकर आम आदमी पार्टी को खत्म करने की कई कोशिशें कीं, लेकिन वे भूल गए कि आम आदमी पार्टी आंदोलनों से पैदा हुई पार्टी है, जो सदैव सत्य के मार्ग पर चलती आई है और श्री अरविन्द केजरीवाल जी सदैव लोगों के कल्याण के लिए कार्य करते आए हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में लोगों की तरफ से भाजपा के खिलाफ वोट डालकर श्री अरविन्द केजरीवाल को भारी बहुमत से जिताया जायेगा।