चंडीगढ़ में संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) व किसान मजदूर मोर्चा ने जेल में बंद किसानों की रिहाई की मांग के लिए संयुक्त प्रेस वार्ता की। साथ ही आगामी रणनीति का भी ऐलान किया। किसानों ने फैसला लिया है कि 17 जुलाई को वे अंबाला एसपी का घेराव करेंगे। इसे लेकर संयुक्त किसान मोर्चा व किसान मजदूर की बैठक दातासिहवाला बॉर्डर पर हुई थी। बैठक की अध्यक्षता जगजीत सिंह डल्लेवाल और रवन सिंह पंधेर ने की थी।
‘शंभू बॉर्डर खुलते ही जाएंगे दिल्ली’
किसानों ने कहा कि हरियाणा सरकार तो पहले ही सुप्रीम कोर्ट में कह चुकी है, कि इस मामले की जांच से पुलिस का मनोबल गिरेगा और भविष्य में पुलिस एक्शन लेने से हिचकिचाएगी। ऐसे में हरियाणा सरकार के पुलिस अधिकारियों से हमें न्याय की उम्मीद नहीं है। इसलिए हाईकोर्ट को इस पर दोबारा विचार करना चाहिए। वहीं, जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि शंभू बॉर्डर पर रास्ता खुलते ही किसान दिल्ली जाएंगे। हाईकोर्ट ने कहा कि शंभू बॉर्डर खोला जाए, लेकिन इसके खिलाफ सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई। इससे साबित होता है कि हमने रास्ता नहीं रोका।
SSP कार्यालय का करेंगे घेराव की चेतावनी
जगजीत सिंह डालेवाल ने कहा कि हाईकोर्ट ने रास्ता खोलने का फैसला सुनाया. उसके बाद हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई। उन्होंने कहा कि जेल में बंद नवदीप जलबेड़ा की रिहाई की मांग को लेकर 17 से 18 जुलाई को अंबाला में SSP कार्यालय का घेराव किया जाएगा।