Haryana ensures world-class facilities for Gurugram’s upcoming jungle safari, studying global wildlife practices.
गुरुग्राम में प्रस्तावित दुनिया की सबसे बड़ी जंगल सफारी में पर्यटकों को सुविधाएं भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की मिले इसके लिए हरियाणा सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इन्हीं सार्थक प्रयासों के क्रम में पर्यावरण, वन एवं वन्य जीव मंत्री राव नरबीर सिंह निरन्तर देश विदेश के प्रमुख वन्यजीव रेस्क्यू सेंटर व जंगल सफारी का दौरा कर, वहां वन्य जीवों को संरक्षित रखने के लिए किए गए उपायों व जंगल सफारी में आगंतुकों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा ले रहे है।
पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह ने परियोजना से जुड़े विभागीय अधिकारियों संग महाराष्ट्र के नागपुर स्थित गोरेवाड़ा वन्यजीव सफारी व गुजरात के जामनगर स्थित वंतारा वन्यजीव रेस्क्यू सेंटर का दौरा कर संबंधित अधिकारियों को वहां दी गयी सर्वाेत्तम सेवाओं व सुविधाओं का अध्ययन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में बनने जा रही जंगल सफारी विश्व की सबसे बड़ी जंगल सफारी होगी ऐसे में उनका प्रयास है कि दुनिया के सभी श्रेष्टतम वन्यजीव रेस्क्यू सेंटर व जंगल सफारी का सर्वश्रेष्ठ मिश्रण यहां उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि अरावली पर्वत श्रृंखला में इस परियोजना के शुरू होने से पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी, स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा, इस विकास से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलने और सरकारी राजस्व में वृद्धि होने की उम्मीद है।
राव नरबीर सिंह ने कहा कि अरावली पर्वत श्रृंखला को अपनी प्राकृतिक सुंदरता, जैव विविधता और ऐतिहासिक विरासत के लिए जाना जाता है। मिलेनियम सिटी में इस महत्वपूर्ण परियोजना के क्रियान्वित होने से पर्यटकों को एक अनूठा अनुभव मिलेगा। यह पहल न केवल स्थानीय पर्यटन उद्योग का समर्थन करेगी, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देगी और स्थानीय समुदायों की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करेगी। जिसमें आगंतुकों को संरक्षण प्रयासों और जैव विविधता के महत्व के बारे में जागरूक किया जाएगा।
कैबिनेट मंत्री के दौरे में पीसीसीएफ (एचओएफएफ) विनीत गर्ग, पीसीसीएफ वन्यजीव विवेक सक्सेना, गुरुग्राम मंडल के वन संरक्षक सुभाष यादव, डीएफओ गुरुग्राम राजकुमार व डीडब्ल्यूएलओ रामकुमार उनके साथ मौजूद रहे।