Punjab CM Bhagwant Mann criticizes traditional parties for neglecting border region’s development and exploiting youth.
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शुक्रवार को राज्य की पारम्परिक राजनीतिक पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने अपने निहित राजनीतिक हितों के लिए सीमावर्ती क्षेत्र के बहादुर लोगों की कई पीढ़ियों को बर्बाद करके उनकी पीठ में छुरा घोंपा है।
बटाला में नव-उन्नत चीनी मिल का लोकार्पण करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने दुख जताया कि राज्य का प्रगतिशील और उपजाऊ सीमावर्ती क्षेत्र पारम्परिक राजनीतिक पार्टियों के उदासीन रवैये के कारण विकास की गति में पिछड़ गया है। उन्होंने कहा कि इन पार्टियों के नेताओं ने अपनी सत्ता का दुरुपयोग करके राज्य की युवा पीढ़ियों को झूठे मामलों में फंसाकर बर्बाद कर दिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य के सीमावर्ती जिलों के निवासी बहादुर लोग हैं जिन्होंने हमेशा देश की एकता और संप्रभुता की रक्षा की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महान गुरुओं द्वारा आशीर्वादित पवित्र भूमि है और यहां बहादुर और मेहनतकश लोग रहते हैं, जिन्हें पारम्परिक पार्टियों की राजनीतिक प्रतिशोध के कारण नुकसान उठाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र ने महान देशभक्त और राष्ट्रवादी पैदा किए हैं, जो पारम्परिक पार्टियों के शासन के दौरान विकास नहीं देख पाए। भगवंत सिंह मान ने दुख जताया कि उनके अपार योगदान के बावजूद इस क्षेत्र के लोगों को पारंपरिक पार्टियों ने धोखा दिया है।
हालांकि, मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार इस क्षेत्र के विकास के लिए अथक प्रयास कर रही है, जिसके चलते 296 करोड़ रुपये की लागत से इस उन्नत चीनी मिल का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि मिल की क्षमता 3500 टन चीनी पेराई की है और इसमें 14 मेगावाट का को-जनरेशन प्लांट है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस मिल में रिफाइंड चीनी का उत्पादन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसा करने वाली यह राज्य की पहली सहकारी चीनी मिल होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मिल का लक्ष्य चालू सीजन में 35 लाख क्विंटल गन्ना पेराई करना है। उन्होंने कहा कि यह पर्यावरण के लिए बहुत अनुकूल प्लांट है। उन्होंने कहा कि यह भारत में अपनी तरह की पहली चीनी मिल है, जहां 100 प्रतिशत गैस पाइपलाइन में डाली जाएगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि मिल की क्षमता प्रतिदिन 14000 क्यूबिक मीटर है और यह पर्यावरण में 30,000 कारों से होने वाले प्रदूषण के बराबर प्रदूषण को रोकेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रतिदिन 150 टन से अधिक कचरे का प्रसंस्करण करेगी और 20 टन बेहतरीन जैविक खाद का उत्पादन करेगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह बहुत गर्व और संतुष्टि की बात है कि बहादुरपुर पंजाब का पहला गांव है, जहां रसोई गैस पहुंचाने के लिए पाइपलाइन है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह मिल दुनिया भर में उपलब्ध नवीनतम तकनीक से सुसज्जित है और इससे क्षेत्र के गन्ना किसानों को बहुत लाभ होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बेहद गर्व और संतोष की बात है कि पंजाब न केवल देश में बल्कि दुनिया भर में गन्ने का सबसे अधिक भाव दे रहा है, जिससे किसानों को काफी लाभ हो रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार की प्रतिबद्धता के अनुसार अधिकतम गन्ना मूल्य देने में पंजाब देश में अग्रणी बना रहेगा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने हमेशा गन्ना उत्पादकों को उच्च मूल्य प्रदान किए हैं और यह प्रवृत्ति भविष्य में भी जारी रहेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सामाजिक बंधन इतने मजबूत हैं कि पंजाब की उपजाऊ भूमि पर कोई भी बीज उग सकता है, लेकिन नफरत का बीज किसी भी कीमत पर यहां अंकुरित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हालांकि राज्य की कड़ी मेहनत से अर्जित शांति को भंग करने के निरर्थक प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन पंजाब महान गुरुओं, संतों और संतों की पवित्र भूमि है जिन्होंने हमें आपसी प्रेम और सहनशीलता का मार्ग दिखाया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबियों ने हमेशा प्रेम और सद्भाव के बंधन को मजबूत करके अत्याचार, अन्याय और उत्पीड़न का विरोध किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी को स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी और बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों को राष्ट्रीय राजनीति के केंद्र में लाने का श्रेय जाता है। उन्होंने कहा कि ये क्षेत्र उनकी सरकार की शीर्ष पांच प्राथमिकताओं में हैं और इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि जहां अन्य राजनीतिक दल हमेशा नफरत और विभाजन के एजेंडे पर चलते रहे हैं, वहीं आप ने इन क्षेत्रों को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर राजनीति को नई दिशा दी है।
गुरबाणी की पंक्ति ‘पवन गुरु, पानी पिता, माता धरत महत’ का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महान गुरुओं ने पवन को शिक्षक, पानी को पिता और धरती को माता के समान बताया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब समय आ गया है कि हमें गुरबाणी की शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाना चाहिए, ताकि राज्य के पर्यावरण को बचाने का संकल्प लेकर राज्य की प्राचीन शान को बहाल किया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए ऐसे प्लांट लगा रही है, जिससे राज्य को स्वच्छ, हरा-भरा और प्रदूषण मुक्त बनाने में मदद मिलेगी।
अकाली नेताओं पर कटाक्ष करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़ी-बड़ी बातें करने के बावजूद ये नेता लोगों को कुछ भी ठोस देने में विफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी गलत हरकतों के कारण ही अकाली नेताओं को अब जनता के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में आम आदमी की ताकत सबसे ऊपर होती है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि जो लोग 25 साल तक राज करने का दावा करते थे, उन्हें लोगों ने राजनीतिक रूप से भुला दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए इस तरह की परियोजनाएं स्थापित कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए ठोस प्रयास कर रही है कि स्थानीय युवाओं को नौकरियां दी जाएं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इससे नौकरियों की तलाश में विदेश जाने वाले लोगों की प्रवृत्ति को बदलने में मदद मिलेगी, जिससे युवा राज्य की सामाजिक आर्थिक प्रगति में सक्रिय भागीदार बनेंगे।
इससे पहले कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल, विधायक अमन शेर सिंह शेरी कलसी और अन्य ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री का स्वागत किया।