प्रदेश भर में मनाया गया संविधान दिवस; विभिन्न जिलों में मंत्रियों, सांसदों और विधायकों ने भी प्रदेशवासियों को संविधान दिवस की दी बधाई

Statewide Constitution Day celebrated with ministers, MPs, MLAs, and officials marking 75th anniversary.

भारत के संविधान को अंगीकार करने की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर प्रदेश भर में संविधान दिवस समारोह आयोजित किए गए। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि के तौर पर राज्य सरकार के विभिन्न मंत्री , सांसद एवं विधायकों के अलावा वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

जिला करनाल में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री हरविंद्र कल्याण, जिला यमुनानगर में कृषि मंत्री श्री श्याम सिंह राणा, जिला पंचकूला में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री कृष्ण कुमार बेदी, जिला कैथल में विकास एवं पंचायत मंत्री श्री कृष्ण लाल पंवार, जिला पानीपत में शिक्षा मंत्री श्री महिपाल ढांडा, जिला गुरुग्राम में वन मंत्री राव नरबीर सिंह, जिला जींद में हरियाणा विधानसभा उपाध्यक्ष श्री कृष्ण लाल मिड्ढ़ा, जिला फरीदाबाद में राजस्व मंत्री श्री विपुल गोयल, जिला भिवानी में सिंचाई मंत्री श्रीमती श्रुति चौधरी, जिला झज्जर एवं रोहतक के लाहली में सहकारिता मंत्री श्री अरविंद कुमार शर्मा, जिला सिरसा में लोक निर्माण मंत्री श्री रणबीर गंगवा, जिला महेन्द्रगढ़ में स्वास्थ्य मंत्री सुश्री आरती सिंह राव के अलावा अन्य मंत्रियों, सांसदों एवं विधायकों ने प्रदेश वासियों को संविधान दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि संविधान-सभा द्वारा संविधान अपनाए हुए आज 75 वर्ष पूरे हो गए हैं। इस बार देश में हमारा संविधान-हमारा स्वाभिमान अभियान शुरू किया गया है। संविधान में ही देश के सिद्धांत और उसको चलाने के तौर तरीके होते हैं। संविधान ही है जो हमें एक आजाद देश का आजाद नागरिक की भावना का अहसास करवाता है। जहां संविधान में दिए मौलिक अधिकार हमारी ढाल बनकर हमें हमारा हक दिलाते हैं, वहीं इसमें दिए मौलिक कर्तव्य हमें हमारी जिम्मेदारी की याद दिलाते हैं।

उन्होंने कहा कि आज बेहद गर्व का दिन है। क्योंकि 26 नवंबर, 1949 को संविधान को अपनाया गया था। इसके बाद 26 जनवरी, 1950 को संविधान लागू हुआ। उन्होंने कहा कि कोई भी देश बिना संविधान के नहीं चल सकता। सरकार द्वारा संविधान-दिवस मनाने का मकसद देश के नागरिकों में कानून के प्रति सम्मान और आदर की भावना को बढ़ाना है।

उन्होंने कहा कि यह हमारा संविधान ही है जो अलग-अलग धर्मों व जातियों की भारत की 140 करोड़ की आबादी को एक परिवार की तरह जोड़ता है। इसी संविधान के तहत हमारे देश के सभी कानून बनते हैं। इस संविधान के तहत माननीय सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट समेत देश की सभी अदालतें, संसद, राज्यों के विधानमंडल, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री समेत हम सभी इसी के तहत काम करते हैं। वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया था।

उन्होंने कहा कि आज देश बाबा साहब डॉ. अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान के अनुसार चल रहा है। उनकी सोच थी कि पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचे और सरकार निरंतर प्रत्येक वर्ग के कल्याणार्थ कार्य कर रही है। इस संविधान दिवस पर हमें जीवन भर अपने मौलिक कर्तव्यों और देश का कानून का पालन करने का प्रण लेना चाहिए। देश का अच्छा और जिम्मेदार नागरिक बनने से न सिर्फ संविधान का मकसद पूरा होगा बल्कि संविधान बनाने वालों का सपना भी पूरा होगा।

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