बेहतर दुनिया का निर्माण करती सहकारिताः डॉ अरविंद शर्मा

Dr. Arvind Sharma highlights the growth of cooperatives, export success, and government support for expansion.

  • कैबिनेट मंत्री बोलेसरदार बल्वभ भाई पटेल की सोच थीसहकारिता से जुडे़ प्रत्येक व्यक्ति
  • प्रधानमंत्री मोदी  केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह एक विजन के साथ कर रहे है काम
  • संयुक्त राष्ट्र ने की है घोषणाअंतरराष्ट्रीय सहकारिता के रुप में मनाया जाएगा वर्ष 2025
  • कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने प्रदेश भर से कार्यक्रम में पहुंचे सहकारों  किसानों का जताया आभार
  • हैफेड उत्पाददुबई  अबू धाबी के बाद अब पहुंचेंगे ऑस्ट्रेलिया

प्रदेश के सहकारिता, पर्यटन एवं कारागार मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने सहकारिता एक बेहतर दुनिया का निर्माण करती है, संयुक्त राष्ट्र संघ ने घोषणा की है कि वर्ष 2025 अंतर राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के रुप में मनाया जाएगा, जोकि बहुत बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश निरंतर तरक्की कर रहा है और केंद्रीय सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह की बहुत ही कारगर नीतियों की बदौलत सहकारिता क्षेत्र नए आयाम स्थापित कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह का सपना है कि प्रत्येक गांव में पैक्स व सोसायटी हो और अधिक से अधिक लोग सहकारिता से जुडे़, हमें इस सपने को पूरा करना है। उन्होंने कहा कि दुबई और आबू धाबी में भी हैफेड के प्रोडक्ट को एक्सपोर्ट किया जा रहा है और इसका दायरा बढ़ाया जाएगा, यहां तक कि ऑस्टेªलिया से भी प्रोडेक्ट की डिमांड है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी द्वारा सहकारिता को बढ़ावा देने के लिए नई-नई योजनाएं लागू की जा रही हैं, जिसका सीधा लाभ सहकारिता से क्षेत्र से जुड़े लोगों को मिल रहा है।

सरदार बल्लभ भाई पटेल का था सहकारिता का सपना

देश की आजादी के बाद माननीय सरदार बल्लभ भाई पटेल ने पांच सौ रियासतों को जोड़ने का काम किया था और सहकारिता उसी समय की सोच थी, जो आज एक वट वृक्ष का रुप ले चुकी है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह एक विजन के साथ काम कर रहे है। विकसित भारत के लिए सहकारिता का योगदान पूरा रहेगा।

प्रदेश की 33 हजार समितियां से जुड़े हैं करीब 55 लाख लोग

सहकारिता मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में करीब 33000 सरकारी समितियां हैं जिससे युवा, बुजुर्ग और महिलाओं सहित करीब 55 लाख सदस्य जुड़े हुए हैं। ये सभी लोग समूह बनाकर अपना काम करते हैं। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे समूह बनाकर नागरिक सहकारिता क्षेत्र से जुडक़र पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी और वेयरहाउस तक स्थापित कर सकते हैं। इसके लिए सरकार द्वारा सस्ती ब्याजदरों पर ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है।

हर गांव में पैक्स स्थापित करने का है मुख्य लक्ष्य

प्रदेश के सहकारिता, पर्यटन एवं कारागार मंत्री ने कहा कि विभाग का लक्ष्य है कि हरियाणा के प्रत्येक गांव में पैक्स स्थापित हों और अधिक से अधिक लोग इनसे जुड़ें। उन्होंने कहा कि सहकारिता विभाग का लक्ष्य एक और एक दो नहीं बल्कि एक और एक 11 मानकर काम करना है।

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