सावधानी से ही इंटरनेट के खतरों से किया जा सकता है बचाव – दीपक बंसल

State Informatics Officer Mr. Deepak Bansal said use mobile and social media cautiously to avoid financial loss and potential troubles online.

हरियाणा के राज्य सूचना विज्ञान अधिकारी  श्री दीपक बंसल ने कहा कि डिजिटल युग में एक क्लिक से अवसरों के साथ साथ खतरों के दरवाजे खुल जाते हैं। मोबाइल इंटरनेट से जुड़ा है और इसके जरिए पैसे का ऑनलाइन लेनदेन भी होता है। इस दौरान थोड़ी सी लापरवाही से आपका आर्थिक नुकसान हो सकता है, इसलिए सावधानी से मोबाइल का उपयोग करना चाहिए। इसी तरह से सोशल मीडिया, फेसबुक व वॉट्सएप, इत्यादि का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें, नहीं तो आप संकट में फंस सकते हैं।

श्री बंसल आज हरियाणा सिविल सचिवालय में राज्य सूचना विज्ञान केंद्र हरियाणा द्वारा सुरक्षित इंटरनेट दिवस पर आयोजित वर्कशाप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा 11 फरवरी, 2025 को “साथ मिलकर बेहतर इंटरनेट के लिए” थीम पर एक राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान का उद्देश्य नागरिकों के बीच जिम्मेदार एवं सुरक्षित इंटरनेट उपयोग को बढ़ावा देते हुए,  सुरक्षित ऑनलाइन सेवाएं, साइबर स्वच्छता और साइबर खतरों से बचाने के लिए विभिन्न इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को शिक्षित करना है। इस अभियान में खासकर बच्चों,  महिलाओं और युवाओं को जागरूक किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि सुरक्षित इंटरनेट दिवस के अवसर पर एनआईसी द्वारा हरियाणा में प्रत्येक जिला स्तर पर जिला सूचना विज्ञान अधिकारियों द्वारा स्थानीय नागरिकों और अधिकारियों को सुरक्षित इंटरनेट के बारे में जागरूक करने के लिए भी कार्यशालाओं का आयोजन किया गया है।

कार्यशाला में उपस्थित अतिरिक्त राज्य सूचना विज्ञान अधिकारी श्री सरबजीत सिंह ने भी सुरक्षित रहने के बहुत से सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि इंटरनेट हैकरों से बचाव के लिए अपना पिन नंबर व ओटीपी  न बताएं,  ओटीपी शेयर न करें, पासवर्ड कामन न रखें और इसे नियमित रूप से बदलते रहें। इसी तरह से सुरक्षित ब्राउजर का उपयोग करें और प्रोफाइल पोस्ट की गोपनीयता बनाए रखें। अपने प्रोफाइल फोटो व स्टेटस को केवल अपने संपर्क के लोगों के साथ ही सांझा करें। लॉगिन अलर्ट नहीं हैं तो अपने फोन को लॉक करके रखें। स्क्रीन शेयर न करें। सावधानी बरतने से ही ऐसे धोखों से बचाव हो सकता है।

इस वर्कशाप में राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र हरियाणा के अन्य अधिकारी एवं सचिवालय के करीब 75 कर्मचारी भी मौजूद रहे।

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