फायर स्टेशन अधिकारियों ने विद्यार्थियों को आग से बचाव के लिए दिया प्रशिक्षण

Fire department officials trained Maharshi Dayanand School students and teachers on fire prevention and safety.

महर्षि दयानंद पब्लिक स्कूल, एमडीएवी भवन, दरिया में फायर डिपार्टमेंट के फायर स्टेशन, इंडस्ट्रियल एरिया, फेस 1 के अधिकारियों ने विद्यार्थियों को आग से बचाव के लिए प्रशिक्षण दिया। अग्निशमन विभाग की टीम में देवेंद्र सिवाच ने स्कूली छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को अग्निकांड से बचाव के लिए विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि जिस स्थान पर आग लगी हुई है वहां पर फायर सुरक्षाकर्मी के साथ साथ एंबुलेंस को भी सूचना देनी चाहिए। यदि कोई व्यक्ति आग से जल गया है तो उसे एंबुलेंस के द्वारा अस्पताल में ले जाना चाहिए जहां उसका इलाज हो सके। देवेंद्र सिवाच ने  कहा कि हमें आग से बचने के तरीके पहले से सीखने चाहिए।  जब किसी बिल्डिंग में आग लग जाती है तब नीचे उतरने के लिए लिफ्ट का उपयोग नहीं करना चाहिए। हमें सीढ़ियों के माध्यम से नीचे की तरफ आना चाहिए और उस बिल्डिंग में रहने वाले व्यक्तियों को कम शब्दों में आग की सूचना देनी चाहिए। सभी को घर में, ऑफिस में अग्निशामक यंत्र लगाने चाहिए और उस अग्निशामक यंत्र का उपयोग किस तरह से करना है इसका प्रशिक्षण भी अनिवार्य है। अग्निशामक यंत्र की एक्सपायरी डेट चेक करते रहना चाहिए। जब अग्निशामक यंत्र एक्सपायर हो तो उसे बदल कर दूसरा अग्निशामक यंत्र लगवाने चाहिए। अग्निशामक यंत्र के अंदर पाउडर है या नहीं इसकी जांच  करते रहना चाहिए। घर में रखे हुए सिलेंडर का स्विच हमेशा बंद करके रखना चाहिए । यदि ऐसा लगता है कि घर में रखे सिलेंडर से गैस लीकेज हो रही है  तब घरों की खिड़कियां खोल देनी चाहिए। यह कोशिश करनी चाहिए की ज्वलनशील पदार्थ को आग लगने वाले स्थान से दूर हटा दे। तुरंत फायर  डिपार्टमेंट को फोन लगा कर सूचित करना चाहिए। फायर अलार्म के द्वारा आसपास में रहने वाले लोगों को सूचित कर देना चाहिए जिससे कि  वहां से निकल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंच सकें। यदि कोई अंदर आग में फंसा हुआ है तब फायर सुरक्षाकर्मी का साथ देकर अंदर फसे व्यक्ति को बाहर निकालना चाहिए। यदि हमारे कपड़ों में आग लगी है तो भागना नहीं चाहिए तुरंत जमीन पर लेट कर उस आग को बुझाने का प्रयास करना चाहिए । जब भागते हैं तब आग को ऑक्सीजन मिलती है जिससे आग की लपटें और भी तेज हो जाती हैं।  यह कोशिश करना चाहिए कि आग की लपटों को कम करने के लिए कंबल को लपेट कर आग को बुझाए। इस मौके पर फायर डिपार्टमेंट से सब एफओ  गुरशरणजीत सिंह, एलएमएम राजेंद्र प्रसाद और स्कूल का स्टाफ भी विशेष तौर पर उपस्थित रहा।

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