Governor Shukla and CM Sukhu inaugurated the Sadbhavana T-20 Cricket Tournament in Shimla.
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला और मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज बिशप कॉटन स्कूल शिमला में सद्भावना टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट का उद्घाटन किया। हिम खेल एवं सांस्कृतिक संघ द्वारा आयोजित इस टूर्नामेंट की शुरुआत राज्यपाल एकादश और प्रेस एकादश के बीच मैच से हुई।
राज्यपाल एकादश ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। विवेक भाटिया ने 106 रन और आबिद हुसैन ने 118 रन की पारी खेली। टीम ने मात्र एक विकेट खोकर 255 रनों का प्रभावशाली लक्ष्य रखा। जवाब में प्रेस एकादश ने संघर्ष किया और मात्र 74 रनों पर ऑल आउट हो गई, जिसके परिणामस्वरूप राज्यपाल एकादश ने 181 रनों से शानदार जीत दर्ज की।
राज्यपाल श्री शुक्ला ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए इस आयोजन के गहन उद्देश्य पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह खेल भावना से परे नशे की लत के बारे में जागरूकता फैलाता है। उन्होंने कहा कि टूर्नामेंट का विषय “नशा छोड़ो, खेलो” युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करने का एक शक्तिशाली संदेश है। उन्होंने कहा कि नशाखोरी एक बड़ी सामाजिक चुनौती है और उन्होंने देवभूमि के रूप में विख्यात हिमाचल प्रदेश को इस बुराई से मुक्त करने के लिए सामूहिक कार्रवाई का आह्वान किया। उन्होंने गांवों में जमीनी स्तर पर व्यापक नशा विरोधी अभियान चलाने की योजना की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस खेल आयोजन के माध्यम से नशाखोरी के हानिकारक प्रभावों को उजागर करने के लिए आयोजकों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि टीमों की भागीदारी लोकतंत्र के चार स्तंभों का प्रतिनिधित्व करती है और समाज को एक मजबूत और सकारात्मक संदेश देती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नशे की बुराई के खिलाफ लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में खेलों को बढ़ावा देने और युवाओं के लिए अवसरों में सुधार करने के लिए समर्पण के साथ काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने एथलीटों की सहायता के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कई उपायों पर प्रकाश डाला। ओलंपिक, पैरालिंपिक और एशियाई खेलों जैसी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के विजेताओं के लिए पुरस्कार राशि में उल्लेखनीय वृद्धि की गई है। अब स्वर्ण पदक विजेताओं को 5 करोड़ रुपये, रजत पदक विजेताओं को 3 करोड़ रुपये और कांस्य पदक विजेताओं को 2 करोड़ रुपये मिलते हैं। इसी तरह, एशियाई खेलों और पैरा एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेताओं के लिए पुरस्कार राशि बढ़ाकर 4 करोड़ रुपये कर दी गई है। रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमश: 2.5 करोड़ और 1.5 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि निषाद कुमार और अजय कुमार जैसे पैरालिंपियनों को उनकी उपलब्धियों के लिए पर्याप्त मौद्रिक पुरस्कार दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि एथलीटों को और अधिक प्रोत्साहित करने के लिए, राज्य सरकार ने आहार भत्ते सहित भत्ते बढ़ाए हैं और प्रतियोगिताओं के लिए यात्रा प्रावधानों में सुधार किया है। एथलीटों को अब 200 किलोमीटर तक की यात्रा के लिए एसी थ्री-टियर ट्रेन का किराया और लंबी दूरी के लिए इकोनॉमी-क्लास का हवाई किराया मिलता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने सभी निर्वाचन क्षेत्रों में एकीकृत खेल परिसरों के निर्माण की भी घोषणा की है। इन सुविधाओं का उद्देश्य खेलों में अधिक से अधिक भागीदारी को बढ़ावा देना और आधुनिक सुविधाएं प्रदान करना है, जिससे युवाओं को नशीली दवाओं के दुरुपयोग से दूर रहने और स्वस्थ जीवन शैली अपनाने में मदद मिलेगी।
दोनों नेताओं ने उम्मीद जताई कि यह टूर्नामेंट युवाओं को नशे से मुक्त जीवन जीने के लिए प्रेरित करेगा और साथ ही खेल भावना और सामुदायिक कल्याण की संस्कृति को बढ़ावा देगा।
हिम खेल और सांस्कृतिक संघ के अध्यक्ष नरेश चौहान ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री का स्वागत किया और उन्हें हिमाचली टोपी और शॉल से सम्मानित किया।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल और उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।