कानून बनाकर सफाई कर्मचारियों के लिए ठेका प्रथा पर रोक लगाई जाए: ग्रेवाल ने राष्ट्रपति से किया आग्रह

Punjab Safai Karamchari Commission’s Chairman urges President to end contractual jobs for sanitary workers.

पंजाब राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन श्री चंदन ग्रेवाल ने राष्ट्रपति से अनुरोध किया है कि वे कानून बनाकर सफाई कर्मचारियों के लिए ठेका प्रथा को समाप्त करें।

भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को लिखे पत्र में चेयरमैन ने समाज के कमजोर वर्गों के हितों की रक्षा के लिए उठाए गए कई कदमों के लिए उनकी सराहना की है। समाज के सबसे गरीब तबके की दुर्दशा की ओर उनका ध्यान आकर्षित करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र में आने वाली सरकारों ने सफाई सेवकों की अनदेखी की है। श्री चंदन ग्रेवाल ने राष्ट्रपति से देश के सफाई कर्मचारियों यानी सफाई के दूतों के हितों की रक्षा के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की है।

चेयरमैन ने कहा कि समाज का यह वर्ग पूरे समाज के स्वास्थ्य और स्वच्छता के लिए दिन-रात मेहनत करता है। हालांकि, उन्होंने दुख जताया कि दुर्भाग्य से सफाई सेवकों के अधिकारों की रक्षा कोई नहीं कर रहा है। श्री चंदन ग्रेवाल ने कहा कि समाज के इस वर्ग के प्रति शत्रुतापूर्ण कुछ ताकतों ने सफाई कर्मचारियों के बीच ठेका प्रथा लागू कर दी है।

चेयरमैन ने कहा कि इस कारण उनका लगातार शोषण हो रहा है और नियमित नौकरी के अभाव में उन्हें बहुत कम वेतन मिल रहा है और उनका रोजगार असुरक्षित है। उन्होंने कहा कि हालांकि पंजाब ने सफाई कर्मचारियों के लिए ठेका प्रणाली पर रोक लगा दी है, लेकिन देश के अन्य हिस्सों में स्थिति बेदखली वाली है। श्री चंदन ग्रेवाल ने सफाई कर्मचारियों के लिए ठेका प्रणाली पर रोक लगाने के लिए भारत सरकार को संसद में कानून लाने का निर्देश देने के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया ताकि उनके हितों की रक्षा हो सके।

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