एचआरटीसी निदेशक मंडल ने लगभग 700 बसों की खरीद को मंजूरी दी

HRTC to purchase 700 buses to replace old ones, improving transport in Himachal Pradesh.

हिमाचल पथ परिवहन निगम प्रदेश (चआरटीसी) में परिवहन सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए लगभग 700 बसें खरीदने जा रहा है। इस संबंध में आज यहां उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में आयोजित एचआरटीसी के निदेशक मंडल की 159वीं बैठक में निर्णय लिया गया।

उपमुख्यमंत्री ने बताया कि 297 टाइप-1 ई-बसों की खरीद से संबंधित औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। बोर्ड ने इन बसों के संबंध में क्रय समिति की मंजूरी को स्वीकार करते हुए मामले को अंतिम मंजूरी के लिए मंत्रिमंडल को भेजने का निर्णय लिया है। ये सभी बसें लगभग चार माह के भीतर यात्रियों की सुविधा के लिए उपलब्ध हो जाएंगी। इसके अलावा बैठक में 23 टाइप-1 ई-बसों की खरीद को भी मंजूरी दी गई है।

उन्होंने बताया कि 24 नई सुपर लग्जरी बसों की खरीद प्रक्रिया अंतिम चरण में है और इस संबंध में प्रस्ताव राज्य मंत्रिमंडल को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।

बैठक में 250 डीजल बसों की खरीद के लिए निविदाएं आमंत्रित करने को भी मंजूरी दी गई। ये बसें 37 सीटर क्षमता की होंगी। इसके अलावा, यह निर्णय लिया गया कि 100 मिनी बसों की खरीद के लिए पुनः निविदा प्रक्रिया आरंभ की जाएगी।

मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि 700 नई बसों के आने से प्रदेश के दूरदराज के गांवों तक परिवहन सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों को भी लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि 15 वर्ष पुरानी डीजल बसों को हटाने के लिए केंद्र सरकार से निर्देश प्राप्त हुए हैं, जिसके अनुपालन के बाद एचआरटीसी बसों के बेड़े का आकार कम हो जाएगा। लेकिन नई बसें खरीदने के निर्णय से बेड़े का आकार सामान्य हो जाएगा।

दो त्वरित प्रतिक्रिया वाहन और चार क्रेन खरीदने का भी निर्णय लिया गया। बैठक में बताया गया कि पिछले एक वर्ष के दौरान एचआरटीसी ने लगभग 70 करोड़ रुपये की आय अर्जित की है।

एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने बैठक का संचालन किया। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में निगम की कार्य प्रणाली में और सुधार किए जाएंगे, ताकि लोगों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के साथ-साथ निगम की आय में भी वृद्धि हो सके।

बैठक में प्रधान सचिव आरडी नाजिम, निदेशक डीसी नेगी, विशेष सचिव वित्त रोहित जम्वाल, एचआरटीसी के नवनियुक्त उपाध्यक्ष अजय वर्मा और गैर-सरकारी सदस्यों सहित निदेशक मंडल के सदस्य भी उपस्थित थे।

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