शिक्षा से वंचित नहीं रहेंगे गरीब बच्चे , इद्रीश फाउंडेशन ने उठाया पढ़ाने का ज़िम्मा
अंबाला में जरूरतमंद बच्चों को शिक्षित करने का कार्य इद्रीश फाउंडेशन पिछले काफी समय से कर रहा है। इद्रीश फाउंडेशन ने इसकी शुरुआत गांधी ग्राउंड में झुग्गी बस्तियों के 25 बच्चों को पढ़ाने से हुई थी। इसके बाद मूर्ति बनाने वाले परिवारों के बच्चों को शिक्षा दी गई और उनका दाखिला स्कूल में करवाया गया। धीरे-धीरे फाउंडेशन ने फुटबॉल चौक, जाटव धर्मशाला और टांगरी जैसे इलाकों में 2020 तक कई क्षेत्रों में ‘इवनिंग क्लास प्रोजेक्ट’ शुरू किया। कोविड के बाद संस्था का कार्य और तेज हुआ और पहले क्षेत्र टांगरी महेश नगर में प्रोफेसर विनय मल्होत्रा और रोटरी क्लब ऑफ अंबाला के सहयोग से शिक्षक और कक्षा प्रदान की गई। अंबाला सिटी में इनरव्हील क्लब के सहयोग से और कच्चा बाजार के बच्चों के लिए शिक्षा की पहल की गई जिसमें दानदाता श्री दिनेश आहूजा ने भी मदद की।
अब तक, इद्रीश फाउंडेशन के इवनिंग क्लास प्रोजेक्ट में लगभग 300 बच्चे और प्रोजेक्ट केयर में 32 बच्चे जुड़ चुके हैं। वर्तमान में फाउंडेशन में 40 से अधिक सक्रिय और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े वॉलंटियर्स हैं, जिनमें प्रमुख नाम नीलिमा जी, वंदना कौशल, पंकज जी, तरुण अग्रवाल, अभिषेक चौहान, अमनदीप कोशिश, दीक्षा शर्मा, उदय, प्राची, करिश्मा, नीरज, सुकरिती, जसकीरत और कृतिका शामिल हैं। ये सभी निस्वार्थ भाव से सेवा में लगे रहते हैं, दिन-रात बच्चों की मदद करने का प्रयास करते हैं।
इस स्थापना दिवस को फाउंडेशन के सभी बच्चों, सदस्यों और मार्गदर्शकों को समर्पित किया गया। इस मौके पर संस्था के सभी बच्चों ने यह प्रण लिया कि वे समाज सेवा में इसी तरह निस्वार्थ भाव से लगे रहेंगे और आने वाले समय में नए प्रोजेक्ट्स के जरिए अधिक से अधिक बच्चों तक शिक्षा पहुंचाने का प्रयास करेंगे।
संस्था की कोऑर्डिनेटर और वॉयस प्रेसिडेंट, वंदना जी ने बताया कि फाउंडेशन जल्द ही ‘इवनिंग स्कूल प्रोजेक्ट’ शुरू करेगा, जिसमें हर तबके के बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी। उन्होंने कहा, “हमारी फाउंडर का मानना है कि शिक्षा 5-स्टार होटल में बिकने वाले पानी के बोतल की तरह महंगी महंगी नहीं होनी चाहिए जिसे हर कोई खरीद न पाए बल्कि यह मंदिर के प्रसाद की तरह मुफ्त और बिना किसी भेदभाव के सबको मिलनी चाहिए।”