भारतीय सेना देश की रीढ़ है- बंडारू दत्तात्रेय

Haryana Governor praised the Indian Army and ex-servicemen for safeguarding national integrity.

हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने राष्ट्र के प्रति अनुकरणीय सेवा के लिए भारतीय सेना और पूर्व सैनिकों की सराहना करते हुए कहा कि हमारी सेना देश की रीढ़ की हड्डी है, जो अटूट समर्पण के साथ इसकी संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करती है।

राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय आज सोमवार को राजभवन में आयोजित सैनिकों, पूर्व सैनिकों और वीर नारियों के साथ संवाद कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। श्री दत्तात्रेय ने कहा कि सशस्त्र बल रक्षा के क्षेत्र में अपनी भूमिका से परे, आंतरिक सुरक्षा बनाए रखने, आपदा राहत में सहायता करने और दूरदराज के क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास में योगदान देकर राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस अवसर पर लद्दाख के उपराज्यपाल ब्रिगेडियर (डॉ) बीडी मिश्रा (सेवानिवृत्त) और उनकी पत्नी श्रीमती नीलम मिश्रा भी मौजूद रही।

राज्यपाल ने कहा कि वीरता और प्रतिबद्धता के साथ सेवा करने वाले पूर्व सैनिक विभिन्न क्षेत्रों में नेतृत्व, युवाओं को सलाह देने और कल्याणकारी पहलों का समर्थन करके समाज में योगदान देना जारी रखते हैं। उन्होंने कहा कि उनका बलिदान और दृढ़ता पीढ़ियों को प्रेरित करती है, देशभक्ति और निस्वार्थ सेवा की भावना को दर्शाती है जो राष्ट्र के ताने-बाने को मजबूत करती है। उन्होंने कहा कि हमारे सशस्त्र बलों में राष्ट्रवाद की भावना बहुत प्रेरणादायक है।
राज्यपाल श्री दत्तात्रेय ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में भारत का रक्षा क्षेत्र तेजी से आत्मनिर्भर बन रहा है। केंद्र सरकार ने वन रैंक-वन पेंशन को लागू कर सैनिकों व पूर्व सैनिकों का सम्मान बढ़ाया है। राज्यपाल ने केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना के लाभों पर भी प्रकाश डाला।
लद्दाख के उपराज्यपाल ब्रिगेडियर (डॉ) बीडी मिश्रा (सेवानिवृत्त) ने भी ओआरओपी योजना को लागू करने की प्रतिबद्धता को पूर्ण करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की, जो जवानों के लिए वरदान साबित हुई है। एक सेवारत सैन्य अधिकारी के रूप में अपने अनुभव साझा करते हुए, एलजी ब्रिगेडियर (डॉ) बीडी मिश्रा ने कहा कि हमने कभी अपने बारे में नहीं सोचा, बल्कि राष्ट्र और तिरंगे के बारे में सोचा। हमने सभी बाधाओं और चुनौतियों के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। उन्होंने सैनिकों और पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि आपने युद्ध लड़े हैं, आप बहादुर हैं। आइए हम अपने साथी नागरिकों के लिए कुछ करें। समाज को कुछ देने के लिए केवल थोड़ा सा प्रयास करना पड़ता है, जिसके लिए हमें परिस्थितियों को समझने की जरूरत है।
इस अवसर पर अपने अनुभव साझा करने वाले जवानों और वीर नारियों में श्रीमती कमलजीत कौर शेखों, कर्नल ओम कक्कड़ और ब्रिगेडियर दिलबाग सिंह शामिल थे। इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ अधिकारियों में हरियाणा के राज्यपाल के सचिव श्री अतुल द्विवेदी, हरियाणा के राज्यपाल के एडीसी स्क्वाड्रन लीडर मोहन कृष्ण पी, एलजी लद्दाख के एडीसी श्री अब्बास, एलजी लद्दाख के संपर्क अधिकारी और लेफ्टिनेंट कर्नल बीके दास शामिल रहे।
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