संगीतांजलि कला केंद्र धर्मशाला के कांगड़ा नृत्यों ने महोत्सव में मचाई धूम

संगीतांजलि कला केंद्र धर्मशाला के कलाकार अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव कुरुक्षेत्र में झमाकड़ा, कांगड़ी गिद्दा एवं नाटी की बेहतरीन प्रस्तुति देकर खूब वाहवाही लूट रहे हैं। इस महोत्सव में 28 नवंबर से 15 दिसंबर तक चलने वाले गीता महोत्सव में संगीतांजलि के कलाकारों को छठे दिन अपनी प्रस्तुति देने का शुभ अवसर प्राप्त हुआ है।

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का शुभारंभ हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने किया, जिनका स्वागत नाटी डालकर संगीतांजलि के कलाकारों  द्वारा  किया गया। केंद्र के प्रबंध निदेशक डॉ जनमेजय गुलेरिया ने बताया कि उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र पटियाला के सौजन्य से उन्हें अपनी प्रस्तुति देने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। महोत्सव में झमाकड़ा व कांगड़ी लोक नृत्यों की प्रस्तुतियों को खूब सराहना मिल रही है। सुप्रसिद्ध साहित्यकार प्रो चंद्र रेखा डढवाल व कांगड़ा के अन्य महानुभावों ने डॉ जनमेजय गुलेरिया को कांगड़ा की लोक संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करने तथा कांगड़ा क्षेत्र का नाम रोशन करने के लिए विशेष रूप से बधाई व शुभकामनाएं दी।

उन्होंने कहा कि कलाकारों में कोमल, अनिता, रितिका, अंकिता, रिशु, मिलन, तनवी, तनिका, निधिका, रजत, सूरज तथा हर्ष इत्यादि नृत्य निर्देशिका शिवानी के नेतृत्व में अति सराहनीय प्रस्तुतियों से कुरुक्षेत्र के दर्शकों का मन मोह रहे हैं। झमाकड़ा, कांगड़ी गिद्दा व नाटी तीनों नृत्य कुरुक्षेत्र में आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। मनमोहक प्रस्तुतियों को देखते हुए कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने ब्रह्मसरोवर में सायं कालीन आरती में कलाकारों को विशेष रूप से आमंत्रित कर अंगवस्त्र भेंट किए।

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