Proposal to dissolve assembly will be made today
आज किया जाएगा विधानसभा भंग करने का प्रस्ताव
चंडीगढ़
आज नायब सैनी मंत्री मंडल की बैठक होगी। यह जानकारी प्रदेश सरकार के उच्च पदस्थ सूत्रों ने दी है। माना यह का रहा है कि इस दौरान विधान सभा भंग का प्रस्ताव राज्यपाल को किया जाएगा। तर्क यह है 12 सितंबर को विधानसभा के सत्र बुलाने की 6 महीने की अवधि समाप्त हो जायेगी। किसी भी सूरत विधान सभा का सत्र नही बुलाया जा सकता है।
विधायी कार्यों के माहिर रामनारायण यादव ने बताया की संविधान के आर्टिकल 174 में यह व्यवस्था है की विधानसभा का सत्र 6 महीने के कम समय में हो जाना चाहिए। यदि किन्हीं कारणों के चलते ऐसा नहीं हो पाता तो प्रदेश सरकार विधान सभा भंग करने की सिफारिश राज्यपाल से करेगी। यदि सरकार सिफारिश नहीं करती है तो राजपपाल राष्ट्रपति से प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगने की सिफारिश करेंगे।
सूत्रो के अनुसार कल नायब सिंह सैनी कैबिनेट की बैठक होगी जिसमे विधानसभा को भंग करने का एक लाइन का प्रस्ताव पास किया जाएगा और राजपाल को यह सिफारिश के साथ भेजा जाएगा।
सरकार के पास दो विकल्प है या तो सेशन बुलाए या असेंबली भंग करने की गवर्नर को सिफ़ारिश करे। जानकारों का यह भी कहना है विधान सभा भंग करना सरकार के लिए उचित रहेगा। विधानसभा भंग होने के बाद राज्य में केयर टेकर सरकार होगी जब राष्ट्रपति शासन होने की सूरत में सारे अधिकार राज्य पाल के पास चले जाते है।