Punjab Vigilance Bureau arrested Dr. Amit Bansal for illegal activities at his 22 de-addiction centers.
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो (VB) ने डॉ. अमित बंसल पुत्र सुभाष बंसल निवासी एच.नं. 141, सेक्टर 28-ए चंडीगढ़ को राज्य के विभिन्न हिस्सों में उसके द्वारा चलाए जा रहे/स्वामित्व वाले 22 नशा मुक्ति केंद्रों में अवैध गतिविधियां करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इस मामले में लुधियाना की ड्रग इंस्पेक्टर रूपप्रीत कौर पर भी मामला दर्ज किया गया है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इस सम्बन्ध में आज यहां जानकारी देते हुए राज्य विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि इस सम्बन्ध में उक्त आरोपियों के विरूद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7, 7-ए तथा भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी के अन्तर्गत विजिलैंस ब्यूरो, फ्लाइंग स्क्वायड-1, पंजाब, मोहाली में मामला दर्ज किया गया है।
अधिक जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि जानकारी के अनुसार डा. अमित बंसल द्वारा पंजाब में 22 नशा मुक्ति केन्द्र चलाए जा रहे हैं, जहां नशे के आदी मरीजों के उपचार के लिए एडनोक-एन 0.4 तथा एडनोक-एन 2.0 (बुप्रेनोरफिन एवं नालोक्सोन) की गोलियां प्रयोग की जाती हैं। पूछताछ के दौरान पता चला है कि इन गोलियों का दुरुपयोग आरोपी डा. अमित बंसल द्वारा चलाए जा रहे नशा मुक्ति केन्द्रों में किया जाता था तथा बाजार में अन्य व्यक्तियों (नशेड़ी व्यक्तियों) को बेचा जाता था, जो इन पुनर्वास केन्द्रों के रोल पर नहीं थे।
उन्होंने आगे बताया कि लुधियाना स्थित सिमरन अस्पताल/नशा मुक्ति केंद्र के डॉ. अमित बंसल के कर्मचारियों विदांत और कमलजीत सिंह के खिलाफ पहले ही पुलिस स्टेशन एसटीएफ, फेज-4, मोहाली में एफआईआर नंबर 242 दिनांक 05.10.2022 दर्ज किया गया था। इन कर्मचारियों के खुलासे के बयान पर इन कर्मचारियों से लगभग 23000 गोलियां जब्त की गई थीं और उनसे 90000 रुपये की ड्रग मनी भी बरामद की गई थी। उसी दिन एसटीएफ टीम ने ड्रग इंस्पेक्टर रूपप्रीत कौर की मौजूदगी में उक्त सिमरन नशा मुक्ति केंद्र का निरीक्षण किया और 4610 गोलियों की कमी पाई।
प्रवक्ता ने बताया कि इस निरीक्षण के बाद निरीक्षण करने वाली टीम के हस्ताक्षरों के तहत एक रिपोर्ट तैयार की गई थी, लेकिन उक्त ड्रग इंस्पेक्टर रूपप्रीत कौर ने निदेशक, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पंजाब को एक अलग रिपोर्ट भेजी, जिसमें उन्होंने डॉ. अमित बंसल के साथ मिलीभगत करके 610 गोलियों की कमी की कानूनी आपराधिक कार्रवाई से बचाने के लिए 4610 गोलियों की बजाय केवल 4000 गोलियों की कमी का उल्लेख किया, जो स्पष्ट रूप से उनके आधिकारिक कदाचार और भ्रष्टाचार को दर्शाता है।
यहां यह भी उल्लेख करना उचित है कि एक अन्य नशा मुक्ति केंद्र, सहज अस्पताल नकोदर का एक वीडियो किसी व्यक्ति द्वारा वायरल किया गया था, जिसका तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर जालंधर ने संज्ञान लिया था और जालंधर के पुलिस स्टेशन सिटी, नकोदर में 08.06.2024 को एफआईआर नंबर 64 दर्ज किया गया था। उक्त सहज नशा मुक्ति केंद्र के निरीक्षण के दौरान निरीक्षण समिति द्वारा लगभग 144000 गोलियां, एडनोक-एन पाई गईं। तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर जालंधर ने जांच पूरी होने तक ऑनलाइन पोर्टल की साख फ्रीज करने और सहज अस्पताल/नशा मुक्ति केंद्र नकोदर का लाइसेंस निलंबित करने के आदेश दिए थे। इसके बाद डॉ. अमित बंसल ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण निदेशालय पंजाब के अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ मिलकर मामले को दबा दिया। उल्लेखनीय है कि यह भी ध्यान में आया कि डॉ. अमित बंसल द्वारा संचालित और स्वामित्व वाले आदर्श अस्पताल/नशा मुक्ति केंद्र पटियाला के कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस स्टेशन, अनाज मंडी, पटियाला में एक अलग मामला एफआईआर नंबर 154 तारीख 11.11.2024 को दर्ज किया गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि वीबी, फ्लाइंग स्क्वॉड-1, पंजाब आरोपी डॉ. अमित बंसल द्वारा संचालित/स्वामित्व वाले नशा मुक्ति केंद्रों में अवैध गतिविधियों को अंजाम देने के लिए इस पूरे गठजोड़ में शामिल अन्य अधिकारियों/निजी व्यक्तियों की भूमिका का पता लगाने के लिए मामले की गहन जांच कर रहा है।