विश्व प्रसिद्ध नृत्यांगना डॉ. शोभा कोसर ने किया ‘कवितावली’ के अप्रैल अंक का भव्य अनावरण

Dr. Shobha Kosar unveiled ‘Kavitaavali’ April issue at Prachin Kala Kendra grand ceremony.

प्राचीन कला केंद्र में आयोजित एक भव्य समारोह में, विश्व प्रसिद्ध नृत्यांगना डॉ. शोभा कोसर ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिका ‘कवितावली’ के अप्रैल अंक का अनावरण किया। इस अवसर पर साहित्य और कला जगत की अनेक प्रतिष्ठित हस्तियां उपस्थित रहीं।

कार्यक्रम का शुभारंभ प्रसिद्ध गीत-ग़ज़लकार सोमेश गुप्त द्वारा सरस्वती वंदना गायन से हुआ, जिसने पूरे वातावरण को संगीतमय बना दिया। समारोह की गरिमा बढ़ाने के लिए प्राचीन कला केंद्र के निदेशक श्री सजल कोसर और प्रसिद्ध नृत्य कलाकार सुश्री समीरा कोसर विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। मंच संचालन पत्रिका के संपादक प्रेम विज ने किया।

इस अवसर पर डॉ. शोभा कोसर ने कहा कि नृत्य कला की प्रेरणा मुझे मेरी मां से मिली और शादी के बाद मेरे पति एमएल कोसर का पूरा सहयोग रहा। आज प्राचीन कला केंद्र के सवा लाख से अधिक विद्यार्थी हैं और पूरे विश्व में 3000 से अधिक केंद्र स्थापित हो चुके हैं। सबसे आश्चर्य की बात यह है कि 81 वर्ष की उम्र में भी मैं निरंतर नृत्य कर रही हूं और जीवन के आखिरी क्षण तक नृत्य करती रहूंगी।

विशिष्ट अतिथि सुश्री समीरा कोसर ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि इनके घर की बहू बनने से पहले मैं आठवीं कक्षा से ही इनकी शिष्या रही हूं। मेरे माथे पर जो बिंदी चमक रही है, वह इन्हीं की देन है।

पत्रिका के मुख्य संपादक सुरेश पुष्पाकर, जो विशेष रूप से ग्रेट ब्रिटेन से पधारे हैं, ने मुख्य अतिथि डॉ. शोभा कोसर, विशिष्ट अतिथि सजल कोसर और सुश्री समीरा कोसर के साथ पत्रिका का अनावरण किया। इस अवसर पर संयुक्त संपादक डॉ. संतोष गर्ग, प्रो. अलका कांसरा, वित्तीय सलाहकार ईनू शर्मा, सलाहकार गणेश दत्त बजाज, जापान प्रमुख प्रो. सुदेश नूर, सलाहकार संपादक डॉ. विजय कपूर सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के दौरान सुरेश पुष्पाकर ने डॉ. शोभा कोसर से उनके जीवन और नृत्यकला यात्रा से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न किए। उनकी प्रेरणादायक यात्रा के बारे में सुनकर पूरा सभागार तालियों की गूंज से भर उठा।

इस अवसर पर निर्लेप होरा, मंजू राजा भोज, प्रज्ञा शारदा, नीरू मित्तल, विमल गुगलानी आदि रचनाकार भी ऑनलाइन जुड़े रहे।

इस प्रतिष्ठित आयोजन में परमिंदर सोनी, कृष्णा गोयल, बी. बी. शर्मा, डॉ. संगीता शर्मा कुंद्रा, अनुरानी शर्मा , राजेंद्र कौर सराओ सहित अनेक साहित्यकारों और कला प्रेमियों की उपस्थिति ने इसे और भी विशेष बना दिया।

‘कवितावली’ पत्रिका निरंतर साहित्यिक और सांस्कृतिक जगत में नए आयाम स्थापित कर रही है, और यह अनावरण समारोह इसकी सृजनात्मक यात्रा का एक और गौरवपूर्ण पड़ाव साबित हुआ।

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